हमराही

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Sunday, April 14, 2013

'ओ जट्टा आई बैसाखी ' [ईमान धर्म]

एक नगमा 


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10 comments :

  1. समय के अनुकूल सुन्दर गीत पोस्ट किया है आपने!
    आपको भी बैशाखी की बधाई हो!

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  2. बहुत सुन्दर....
    पधारें "आँसुओं के मोती"

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  3. बैसाखी की लख लख वधाइयां !! सचल काव्य-प्रस्तुतीकरण हेतु वधाई !!

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  4. बहुत सुंदर गीत ...आपको बैशाखी की बधाई।

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