हमराही

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Saturday, April 19, 2014

कह मुकरियां 11.से 20.

11.
दोस्ती मेरी सदा निभाए
न्यारी न्यारी बात बताए
बताए हरदम सही जवाब
क्या सखि साजन ? 
ना सखि किताब
12.
तुझ बिन जगत यह अन्धा कूप
तेरे संग खिलता है रूप
कैसा तूने किया करिश्मा
क्या सखि साजन ? 
ना सखि चश्मा
13.
ज्यों चलूँ वो साथ ही हो ले
अंग संग खाए हिचकोले
मधुर सुरों से ह्रदय छले छलिया
क्या सखि साजन ? 
ना पायलिया
14.
उलझे मेरे लट सुलझाता
न बोलूँ तो खीझ है जाता
रूप दिखाता रंग बिरंगा
क्या सखि साजन? 
ना सखि कंघा
15.
हर पल मेरा साथ निभाए
मेरे सारे राज छुपाए
उसके बिन मैं रहूँ अकेली
क्या सखि साजन? 
नहीं सहेली
16.
रैन हुई वो झट से आए
भोर हुई घर वापिस जाए
रूप लगे है उसका प्यारा
क्या सखि साजन ? 
ना सखि तारा
17.
चलती राह ले आँचल थाम
मेरी ना सुनता हाय राम
प्यार दिखाए कभी न डांटा
क्या सखि साजन? 
ना सखि कांटा
18.
रहूँ कहीं मैं साथ न छोड़े
पथ के सभी हटाये रोड़े
प्रीत है गहरी नहीं हिसाब
क्या सखि साजन ? 
नहीं किताब
19.
सुख दुख उस बिन रहे अधूरा  
कोई काम न उस बिन पूरा 
जीवन उस बिन लगे है शूल 
क्या सखि साजन ? 
नहीं सखि फूल 
20
सर्दी गर्मी साथ निभाए 
उस बिन आँसूं कौन मिटाए
छुपाता मेरा हर हाल 
ऐ सखि साजन ? 
नहीं रुमाल

क्रमशः...
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